खर्राटे कंट्रोल करने के 5 उपाय क्या है पढ़िए।
नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका हमारे इस नए ब्लॉग "अच्छी सेहत का राज "दोस्तों आज हम बात करेंगे एक बहुत ही गंभीर समस्या के बारे में जिसके कारण आपको और आपके साथी को बहुत ही परेशानी का सामना करना पड़ता है।
जी हां दोस्तों आज हम बात करेंगे खर्राटों (SNORING )के ऊपर दोस्तों ऐसे बहुत से लोग हैं जो रात को सोते वक्त जोर-जोर से खर्राटे लेते हैं।
उस समय वह तो अपनी नींद बहुत ही अच्छी से पूरी कर लेते हैं लेकिन उनके साथ या आसपास जो व्यक्ति सो रहा है, वह परेशान हो जाता है और वह सो नहीं पाता
रात को जब आप चैन की नींद सोने जा रहे होते हैं ,तो अचानक आपका लाइफ पार्टनर जोर-जोर से खर्राटे लेने लगता है और नींद खराब हो जाती है ।
रोज रोज नींद में डिस्टरबेंस गंभीर समस्या बन सकती हैं दोस्तों समस्या गंभीर होने पर कपल्स के बीच में तलाक़ तक की नौबत आ जाती है ।
इसलिए समस्या बढ़ने से पहले ही इसका बचाव करना ठीक होता है।
दोस्तों खर्राटों को कंट्रोल करने के उपाय जानने से पहले हम यह जान लेते हैं कि
खर्राटे होते क्या है?
जब कोई व्यक्ति गहरी नींद में सोता है और सोते वक्त सास के साथ तेज आवाज और वाइब्रेशन आना ही खर्राटे कहलाता है।
आखिर खर्राटे आते क्यों हैं?
1.खर्राटे कई बार स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों को लेकर के ही आते हैं। जिसे अक्सर लोग नजरअंदाज कर देते हैं। कई बार खर्राटे हल्की आवाज में आते हैं, लेकिन अक्सर यह आवाजें इतनी तेज और कठोर होती हैं कि साथ सोने वाले व्यक्ति की नींद उड़ा देती हैं और साथ सोने वाला व्यक्ति परेशान हो जाते हैं। खराटे का इलाज समय पर ना किया जाए तो यह स्लीप एपनिया की वजह बन सकता है।
2. कभी-कभी खर्राटे आने का कारण यह भी होता है कि व्यक्ति के नीचे वाले जबड़े का आकार सामान्य से छोटा होता है । व्यक्ति के लेटने पर उसकी जीभ पीछे की तरफ हो जाती है और सांस की नली को ब्लॉक कर देती हैं ऐसे में सांस लेने और छोड़ने के लिए प्रेशर लगाना पड़ता है ,जिस कारण वाइब्रेशन होता है और तेज आवाज सास के साथ निकलती है।
3. किसी की गरदन अगर ज्यादा छोटी हो तो भी सोते समय सांस के साथ आवाज आती हैं।
4. शरीर का ज्यादा भारी होना वजन बढ़ना भी खर्राटों की मुख्य वजह हो सकती है।
दोस्तों कर्नाटक हम कई बार मजाक में ले लेते हैं और इसे ऐसे ही साधारण समस्या समझ कर छोड़ देते हैं उसका इलाज नहीं कराते हैं उस तो क्या आप जानते हैं खर्राटों की वजह से ब्लड प्रेशर भी बढ़ जाता है जी हां दोस्तों सांस लेने में बार-बार रूकावट होने पर शरीर में ऑक्सीजन का लेवल कम हो जाता है जिससे बीपी बढ़ जाता है।
खर्राटों की वजह से दिल को भी नुकसान पहुंच सकता है शरीर में ऑक्सीजन कम होते ही दिल को ऑक्सीजन के लिए ज्यादा ज़ोर लगाना पड़ता है ।
जब यह समस्या बढ़ जाती है तो हार्टअटैक हो सकता है कई बार व्यक्ति रात को सही सोता है लेकिन सुबह पता चलता है कि हार्टअटैक से मौत हो गई इसकी वजह सांस की यह दिक्कत हो सकती है।
खराटे कंट्रोल करने के 5 उपाय
1. सबसे पहला और सबसे सरल उपाय पेट के बल सोने की बजाय करवट लेकर सोएं इससे सांस की नली में रुकावट नहीं होगी।
2. रात के समय हम का खाना खाए गले की रेगुलर एक्सरसाइज करें
3. अगर खर्राटे आने का कारण ज्यादा वजन या मोटापा है तो दोस्तों सबसे पहले आप अपना वजन कंट्रोल करें अपने डाइटिशियन से मिले उनकी सलाह लें जिम ज्वाइन करें, योग करें, प्राणायाम करें ,ऐसा हर काम करें जिससे आपका वजन कम हो।
4. सोते समय सिर को थोड़ा ऊंचा करके सोएं अगर आप तकी का इस्तेमाल नहीं करते तो चादर को दो-तीन फोल्डर बनाकर अच्छे से सिर के नीचे लगाकर सोए
5. नहाने के बाद और सोने से पहले नाक में सरसों का तेल दो-तीन बूंद लगा लें इससे खर्राटों को रोका जा सकता है।
दोस्तों अगर इन सब उपायों को करने के बाद भी आपके खर्राटे बंद नहीं होते या कम नहीं होते तो कृपया कर आप किसी अच्छे डॉक्टर से मिले और अपनी समस्या उनको बताएं और उनसे अपना इलाज करवाएं यह उपाय तो कारगर है लेकिन इन से अगरकोई लाभ नहीं होता तो आप डॉक्टर से जरूर मिले।
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